कभी सुबह तो कभी शाम सी लगती है ..
कभी गम तो कभी ख़ुशी ,
जिंदगी हर पल इम्तिहान लेती है ..
कभी ख्वाहिशें उड़ने लगती हैं पर लगायें ,
कभी सपने भी बिखरते लगते हैं,
हर एक पल में कुछ नया करने को
जिंदगी हर कदम पे प्रेरणा देती है ...
कभी इंसां परेशां होता है ...
कभी जिंदगी खुद ही परेशां होती है ...
इस कशमो कश, समय
टिक टिक करके चलता रहता है ,
पता नही कब बदल जाता है सब किसी पल ,
जिंदगी पल पल बदलती रहती है ...
अच्छी पोस्ट
ReplyDeleteइस दुनिया मे सब कुछ चलायमान है। अच्छी लगी रचना बधाई।
ReplyDeleteHaan..itni tezee se zindagee badalti hai,haathon se samay phisal jata hai.
ReplyDeletenice!zindagi ka har kasam unknown hai....
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