Friday, August 14, 2009

मुसाफिर

कहीं और का मुसाफिर हूँ
कहीं और ही चला आया हूँ...

जाने कहाँ तक जाऊंगा
किस मंजिल पर जाऊंगा और
और कौन मुसाफिर मिलेंगे इस राह पे

और कौन मुसाफिर मिलेंगे इस राह पे
कहीं उनकी भी कोई और मंजिल न हो जाए ...

No comments:

Post a Comment

 
Dreams to Write :) ... - Free Blogger Templates, Free Wordpress Themes - by Templates para novo blogger HD TV Watch Shows Online. Unblock through myspace proxy unblock, Songs by Christian Guitar Chords