Just watched a great movie...'Yeh mera India'...nd i really liked it...its a must watch....m sharing the few 'Sher' used in the movie....
किरण चाहूँ तो दुनिया के अँधेरे घेर लेते है
कोई मेरे तरह जी ले तो जीना भूल जायेगा
साथ भी छोडा तो कब,जब सब बुरे दिन कट गए
ज़िन्दगी तुने कहाँ आकर दिया धोखा मुझे
हमें इस चिस्त से उम्मीद क्या थी और क्या निकला
कहाँ जाना हुआ था तय कहाँ से रास्ता निकला
खुदा जिनको समझते थे वो शीशा थे न पत्थर थे
जिसे पत्थर समझते थे वही अपना खुदा निकला
जिसने इस दौर के इन्सान किये है पैदा
वो मेरा भी खुदा होगा मुझे मंज़ूर नहीं ॥
अगर टूटे किसी का दिल ,तो शब् भर आँख रोती है
ये दुनिया है गुलो की जो इसमें काटे पिरोती है
हम मिलते है अपने गाँवों में दुश्मन से भी इठला कर
तुम्हारा शहर देखा तो बड़ी तकलीफ होती है
Saturday, January 23, 2010
Friday, January 15, 2010
My Dreams !!!
Sometimes...
i remember those lonely days and nights...
dreaming about ma dreams n goals...
When hopes were high
when dreams were dreams...
when aspirations were flying..
i wanna fly those days...
those days when sky was cloudy
but i didnt give up
i kept on dreaming...
i kept on experimenting and learning
with life and me
today i wonder...
dreams are becoming realities..
n
m flying with new aspiration n goals
new dreams m dreaming...
after achieving the earlier ones...
m again dreaming ma new dreams...
with aspirations as high as sky
i wanna fly higher n higher...
aiming for the new horizons
so that Sometime again..
i ll remember these days n nights...
when m dreaming abt my new dreams n goals !!!
Thursday, January 7, 2010
जीवन चक्र !!!
कुछ शब्द नहीं मिल रहे हैं ,
ढूंढ़ रहा हूँ कुछ मिले लिखने को
लम्बी राह है ,
कठिन डगर है
चलते जाना है ...
बूँद
बारिश
दरिया
सागर
बादल
चलते जाना है
जीवन चक्र में
चक्रव्यूह से पार जाना है
साथ रहना मेरे सफ़र में हमसफर
क्यूंकि
चलते जाना है ...
ढूंढ़ रहा हूँ कुछ मिले लिखने को
लम्बी राह है ,
कठिन डगर है
चलते जाना है ...
बूँद
बारिश
दरिया
सागर
बादल
चलते जाना है
जीवन चक्र में
चक्रव्यूह से पार जाना है
साथ रहना मेरे सफ़र में हमसफर
क्यूंकि
चलते जाना है ...
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